पुष्कर, जो राजस्थान का एक प्राचीन शहर है संसार के गिने चुने ब्रह्म मंदिरों का केंद्र है। अजमेर जिले में स्थित इस शहर को “तीर्थ राज” अर्थात् तीर्थ स्थलों का राजा कहा जाता है।
यह देश के सुप्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है। माना जाता है कि ब्रह्मा जी ने एक महायज्ञ करते वक्त एक नीला कमल का फूल धरती पर गिराया था और जिस स्थान पर वो फूल गिरा उसे ही हम पुष्कर कहते हैं।
पुष्कर एक संस्कृत शब्द है जिसका अर्थ है – नीला कमल। पुष्कर अपने ऊँटों के मेले के लिए प्रसिध्द है।
यह शहर अपने धार्मिक माहौल के कारण दुनिया भर के पर्यटकों को आकर्षित करता रहा है। सिद्धार्थ सेतिया, जो गुडगाँव (अब गुरुग्राम) के रहने वाले फोटोग्राफर हैं ने पुष्कर की घुमावदार गलियों और रंगीन नजारों को एक आकर्षक चित्र श्रंखला में कैद किया है।
“लोग जहाँ भी जाते हैं वहां से कुछ निशानी लेकर आते हैं। मैं जहाँ भी जाता हूँ वहां से उन जगहों से लोगों की तसवीरें इकठ्ठी करता हूँ । फिलहाल मैं अपने दीर्घकालीन प्रोजेक्ट पर काम कर रहा हूँ जिसका नाम है -‘Faces of India (फेसेस ऑफ़ इंडिया) । इसे मै भविष्य में अंतराष्ट्रीय स्तर पर एक्ज़िबिट करना चाहता हूँ ” सिद्धार्थ कहते हैं।
आइये उनकी इन अद्भुत तस्वीरों की एक झलक देखें:
१. प्रातः कालीन दर्शन
२. जगमगाता सवेरा
३. घोड़े का नृत्य
४. पूर्वजों से प्रेम
५. परछाईयां भी कुछ कहती है
६. शिवोहम!
७. एक बंजारन
८. चाय हो जाये ?
९. गाँव की गोरियां
१०. अद्भुत संतुलन
११. सतरंगी पगड़ी
१२. तथास्तु !
सभी तसवीरें –सिद्धार्थ सेतिया के टम्बलर अकाउंट से
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